उत्तराखंड सरोकार ब्यूरो
हल्द्वानी। जनपद नैनीताल के हल्द्वानी के बनभूलपुरा में कल अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान हुए उपद्रव और आगजनी के बाद आज जिलाधिकारी वंदना सिंह और एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने हिंसा में 2 लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है, जबकि 3 लोग घायल हुए हैं। बताया कि बिना उकसावे की कार्रवाई के अधिकारियों को थाने में जिंदा जलाने की कोशिश की गयी। अभी हल्द्वानी में स्थितियां नियंत्रण में हैं।
जिलाधिकारी वंदना ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया, “हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद हल्द्वानी में कई जगहों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई है। सभी को नोटिस और सुनवाई के अवसर दिए गए, कुछ ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, कुछ को समय दिया गया, जबकि कुछ को समय नहीं दिया गया। जहां समय नहीं दिया गया वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम की ओर से ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया। यह कोई पृथक गतिविधि नहीं थी और किसी विशेष परिसंपत्ति को टारगेट करके की गई गतिविधि नहीं थी।
जिलाधिकारी वंदना ने कहा, “आप वीडियो में देख सकते हैं कि पुलिस बल किसी को उकसा और मार नहीं रहा है या किसी को नुकसान नहीं पहुंचा रहा है।” डीएम ने कहा कि, “भीड़ ने थाने को घेर लिया और थाने के अंदर मौजूद लोगों को बाहर नहीं आने दिया गया। उन पर पहले पथराव किया गया और फिर पेट्रोल बम से हमला किया गया। थाने के बाहर वाहनों में आग लगा दी गई और धुएं के कारण दम घुटने लगा…पुलिस थाने की सुरक्षा के लिए ही आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
जिलाधिकारी ने कहा “भीड़ ने पुलिस स्टेशन को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। आरोपियों की पहचान की जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह (घटना) सांप्रदायिक नहीं थी।
बता दें कल यानी बीते रोज गुरुवार हल्द्वानी के बनभूलपुरा में को अतिक्रमण ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के दौरान भड़की हिंसा के बाद अगले आदेशों तक शहर में कर्फ्यू जारी कर दिया गया है। नगर के सभी स्कूलों को बंद रखने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
परिसंपत्तियों के नुकसान में मुख्य रूप से थाना को पूरी तरह से नुकसान हुआ है। भीड़ ने पुलिस स्टेशन को क्षतिग्रस्त कर दिया…यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। आरोपियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह सांप्रदायिक घटना नहीं थी। तो इसे सांप्रदायिक या संवेदनशील न बनाया जाए। किसी विशेष समुदाय ने जवाबी कार्रवाई नहीं की…यह राज्य मशीनरी, राज्य सरकार और कानून व्यवस्था की स्थिति को चुनौती देने का एक प्रयास था…शाम को फिर से ब्रीफिंग की जाएगी।